डॉक्टर्स की हैंडराइटिंग इतनी गंदी क्यों होती है?

EH Blog Interesting Facts

आप मे से लगभग सभी लोगों ने डॉक्टर की हैंडराइटिंग तो देखी होगी लेकिन आपने कभी सोचा है डॉक्टर की हैंडराइटिंग इतनी गंदी क्यों होती है़!

Why handwriting of doctors is so dirty

एक डॉक्टर से जब इस बारे में पूछा गया कि आप लोगों की हेड राइटिंग इतनी गंदी क्यों होती है तो उन्होंने कहा डॉक्टर बनने से पहले हमें काफी सारे कंपटीशन को क्लियर करना होता है जिसके लिए काफी ज्यादा लिखना होता है और टाइम कम होता है| लिखना ज्यादा होता है तो इसलिए स्पीड से लिखने की वजह से हैंडराइटिंग इतनी गंदी हो जाती है| खैर यह तो डॉक्टर की बात रही-

चांद पर होगा परमाणु परीक्षण! क्या होगा अगर चाँद टूट कर प्रथ्वी पर गिर जाये?

लेकिन MCI यानी मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के अकॉर्डिंग डॉक्टर को PRESCRIPTION पर Capital लेटर में लिखना जरूरी होता है. जबकि आजकल के डॉक्टर इस रूल को फॉलो नहीं करते वो PRESCRIPTION पर पहला वर्ड तो कैपिटल में बनाते हैं लेकिन उसके बाद की हैंडराइटिंग क्या होती है यह बिल्कुल भी समझ में नहीं आती है.

Why handwriting of doctors is so dirty

अब बात यह आती है कि जब डॉक्टर की राइटिंग इतनी गंदी होती है तो मेडिकल वाले इतनी EASILY उसको समझ कैसे लेते हैं…

आईपीसी  की धारा 307  क्या है और सजा व जुर्माने का क्या प्रावधान है

तो देखिए पहली बात तो यहां पर ये यह है कि जो केमिस्ट होते हैं वह इस हैंडराइटिंग को नहीं समझते बल्कि वह एक आईडिया लगा लेते हैं कि इस बीमारी में डॉक्टर ने कौन सी मेडिसिन लिखी है. उसी हिसाब से वह मेडिसिन दे देते हैं.

Related image

दूसरी बात यह है कि केमिस्टर मेडिसिन का पहला वर्ड देखकर ही एक अंदाजा लगा लेते हैं कि कौन सी मेडिसिन हो सकती है. इसके लिए कई बार केमिस्टर गलत मेडिसिन दे देते हैं जिसकी वजह से मरीजों को काफी नुकसान होता है|

इन 5 वैज्ञानिक तरीकों से इंसान हो सकता है अमर!

एक सर्वे करवाया गया था जिसके अनुसार डॉक्टरस की गंदी राइटिंग की वजह से हर साल 7 से 8000 लोगों की मौत हो जाती है क्योंकि उनको यह पता नहीं चलता कि डॉक्टर ने उनको कौन सी मेडिसिन लिख कर दी है और वह गलत मेडिसिन ले लेते हैं|

Follow us on Facebook

Credit : ISHAN LLB