कभी-कभी टेक्नोलॉजी में इतनी तेजी से बदलाव होता है कि आप इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त ही नहीं कर पाते हैं | आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे आने वाली ऐसी टेक्नोलॉजी के बारे में जो आपकी ज्यादातर समस्याओं को दूर कर सकती है और आप के काम को इतना आसान बना देगी कि आप इसके आदी हो जाएंगे |
अंडर स्क्रीन फिंगरप्रिंट सेंसर
हालांकि बाजार में काफी अफवाह उड रही है कि एप्पल अंडर स्क्रीन फिंगरप्रिंट स्केनर पर काम कर रहा है पर क्वालकॉम पहले ही इस की आधिकारिक घोषणा कर चुका है | यह अल्ट्रासोनिक वेबलेंथ का इस्तेमाल करके एक्यूरेट डिडक्शन के लिए 3D स्क्रीन केप्चर कर सकता है | यह सिर्फ OLED पैनल के साथ कोम्फेटेबल है और इसमें भी एक खास थिकनेस जरूरी है | यह पानी के नीचे भी काम करता है इसमें डिवाइस आसानी से वाटरप्रूफ हो जाता है | अल्ट्रासोनिक स्कैनर की मदद से हार्ट रेट, और ब्लड फ्लो भी आसानी से पता किया जा सकता है |विवो MWC संघाई में एक प्रोटोटाइप पेश किया था | यह आशा की जा रही है कि इस टेक्नोलॉजी से लैस फोन साल के अंत तक बाजार में आ सकता है | यह टेक्नोलॉजी आने के बाद मोबाइल फोन का बाजार काफी तेजी से बदल सकता है |
हाइब्रिड फ्यूल सेल
फ्यूल सेल की चर्चा बाजार में तेजी से हो रही है | हालांकि इस टेक्नोलॉजी का वाणिज्यिक इस्तेमाल नहीं हुआ है | माई FC नामक कंपनी ने दुनिया के सबसे छोटे फ्यूल सेल का इस्तेमाल करके हाइब्रिड पावर बॉक्स लॉन्च किए हैं | इन्हें साधारण इलेक्ट्रॉनिकल आउटलेट पर इस्तेमाल करके चार्ज किया जा सकता है या आप हाइड्रोजन पैदा करने के लिए नमक और पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं | 4000 एमएएच चार्जर का वजन 200 ग्राम होता है जो कि भारी प्रतीत होता है | पर वजन कम करने की प्रक्रिया पर काम चल रहा है | फ्यूल सेल टेक्नोलॉजी स्मार्टफोन, टैबलेट, कैमरा और लैपटॉप जैसे डिवाइस में काम में आ सकती है |
रोल होने वाले और साथ में रहने वाले स्पीकर्स
कुछ लोगों का मानना है कि स्पीकर्स के फिजिकल साइज का कोई रिप्लेस नहीं हो सकता | मिसिंग स्टेट यूनिवर्सिटी के रिसर्चर ने इस बात को झूठा साबित किया है | यह शोधकर्ता फेरोंइलेक्टेट नैनोजनरेटरस या FENG पर काम कर रहे हैं | इससे पेपर जैसा पतला मेटेरियल तैयार किया जा सकता है इसमें स्पीकर और माइक्रोफोन बनाए जा सकते हैं | वैज्ञानिक रूप से बात करें तो यह है हवा में वाइब्रेशन पिकअप कर सकता है और इन्हें इलेक्ट्रिक एनर्जी में बदला जा सकता है | यह इलेक्ट्रिकल सिंगल को वाइब्रेशन के रुप में भेज सकता है जिसे लोग साउंड के रूप में सुन सकते हैं | इसे आप पोर्टेबिलिटी के लिए आसानी से रोल या फोल्ड कर सकते हैं |
सैमसंग आईएओसेल इमेज सेंसर
ज्यादातर स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियां सोनी का इमेज सेंसर काम में लेती है | क्योंकि बाजार में विकल्प काफी सीमित हैं | Samsung ने अब आईएसएसएल ब्रांड के तहत अपना खुद का आईएओसेल इमेज सेंसर लॉन्च किया है | इन्हें सैमसंग ने शुरू में इस्तेमाल किया था | इसमें चार वेरियंट्स ब्राइट, फास्ट, सलीम और डुअल | ब्राइट कम लाइट में भी अलग अलग रंगों के साथ बेहतर फोटोस डिलीवर कर सकता है | फास्ट तेज ऑटोफोकस और ऑब्जेक्ट्स ट्रैकिंग करता है | सलीम अल्ट्रा स्लिम डिवाइसेज के लिए सेंसर होगा | आईएओसेल ड्यूल कंपनी के डबल कैमरा सेटअप की ऑफरिंग इसमें एक आदमी और एक मोनोक्रोम सेंसर है | इन खुबियो को आने वाले सेमसंग गेलेक्सी नोट 9 में देखा जा सकता है | इसमें इमेज की क्वालिटी में भी सुधार आएगा और आने वाले समय में इमेज सेंसर को लेकर कई तरह की प्रयोग बाजार में हो सकते हैं |
मोबाइल 3D फेशियल रिकोगिनेसं
3D फेशियल रिकोगिनेसं को स्मार्टफोन में सही तरह से लागू किया जाए तो यह प्राइवेसी और सिक्योरिटी के मामले में मील का पत्थर साबित हो सकता है | अभी जो फेस अनलॉक सोलूशंस बाजार में मौजूद हैं उन्हें फोटोग्राफ से धोखा दिया जा सकता है | ऐसे में 3D फेशियल रिकोगिनेसं काफी सुरक्षित विकल्प हो सकता है | डेथ सेंसर फेशियल कवर और कार्टून को स्कैन करेगा | आपका फोन अपने आप आपको पहचान लेगा | यह आपको वॉइस असिस्टेंट के कंबीनेशन के साथ हैंड्स फ्री ऑपरेशन की सुविधा भी देगा | इस वर्ष Softonic ने MWC शंघाई में इसका डेमो दिया था | सुना जा रहा है कि Apple इस साल के iPhone मे फिंगरप्रिंट स्केनर के बजाए 3D फेशियल रिकोगिनेसं जोड़ने जा रहे हैं |
स्क्रीन करेगी फोन को चार्ज
हम ग्लास स्क्रीन इस्तेमाल करते हैं | क्योंकि यह अच्छी नजर आती है | अच्छा महसूस करवाती है और इन्हें कोटेड किया जा सकता है साथ ही यह पूरी तरह से ट्रांसपोर्ट होती हैं | क्वींस यूनिवर्सिटी बेलफास्ट, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बकरेले कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ द नेशनल, इंस्टिट्यूट फॉर मटेरियल साइंस जापान, के वैज्ञानिकों की नई रिसर्च के मुताबिक अब स्क्रीन स्कोर कई तरह के मटेरियल से से तैयार किया जा सकता है | ग्रिफिन, हेक्सागेलन, बोरेन, नाइट्रेट और C60 जैसे पदार्थों का इस्तेमाल करके स्क्रीन से तैयार की जा सकती है | मटेरियल ट्रांसपेरेंट फ्लेक्सिबल और सुपर कांटेक्ट है | शीशा सोलर सेल से भी इस्तेमाल किया जा सकता है | इसलिए इस टेक्नोलॉजी का विकास है C60 डिस्प्ले विकसित कर सकता है जो फोन को लंबे समय तक चार्ज रखेगी |
बिना लेंस के कैमरा
कैमरा की क्षमता सीमित होती है | ऐसा उनकी बनावट के कारण होता है | उनमें इमेज सेंसर, सटर, लेंस आदि होते हैं | केल्टिक के इंजीनियर ने ऐसा कैमरा बनाया है जो कुछ माइक्रोन पतला है | इंसान का बाल 100 माइक्रोन के लगभग होता है यह इतना पतला है कि इसे किसी भी चीज के ऊपर को डेट किया जा सकता है | कल्पना करें कि आपके स्मार्टफोन की पूरी बैक एक कैमरा है यह कपड़े का एक टुकड़ा क्लास का टुकड़ा या डिस्प्ले में एंबेडेड या आईग्लास हो सकता है | इसमें रेजुलेशन और सेंसर के आकार की कोई पॉलिटिकल सीमा नहीं है | इसे जूम, वाइड ऐंगल, ऑफिसआइ आदि के बीच स्विच किया जा सकता है |
सॉलिड स्टेट की लिथियम आयन व ग्रिफिन बैटरी
आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स में बैटरी एक बड़ा दर्द बन कर उभरी है | Toyota सल्फाइड सुप्रियो निक कंडक्टर का इस्तेमाल करके बैटरी बनाने पर काम कर रहा है | शुरुआती तौर पर कहा जा सकता है कि यदि यह बैटरी सुपर कैपेसिटर की तरह काम करेंगे तो कम समय में ज्यादा एनर्जी स्टोर कर सकती हैं | स्पेनिश कंपनी गृह फाइनेंस ग्रैफीन पॉलीमर बैटरी विकसित कर रही है | इन में 1000 ओवर प्रति किलोग्राम की एनर्जी डेंसिटी हो सकती है | आमतौर पर लिथियम बैटरी में 200 ओवर प्रति किलोग्राम होता है |