नमस्कार दोस्तों एजुकेशन हाउस में आपका स्वागत है, आज मैं आपके लिए एक बढ़िया जानकारी लेकर आया हूं |आज के इस आर्टिकल में आपको बताऊंगा कि पॉलिथीन की शुरुआत कैसे हुई | जिस पॉलिथीन का उपयोग हम हर रोज करते हैं, दैनिक कार्यो को पूरा करने के लिए एक औसत व्यक्ति दिन में कम से कम तीन बार पॉलिथीन का इस्तेमाल करता है |
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दोस्तों पॉलिथीन हमारे पर्यावरण के लिए खतरा भी है, लेकिन आज का आर्टिकल के अंदर हम बात करेंगे कि पॉलिथीन की शुरुआत कैसे हुई | पॉलिथीन में इस्तेमाल होने वाला प्लास्टिक इसमें जिसको पॉलिथालीन भी कहा जाता है | पॉलिथीन दुनिया का सबसे लोकप्रिय प्लास्टिक है,पॉलीथिन सबसे पहले जर्मनी के मिस्ट हैंस वोन पैचमान ने सन 1898 में अचानक खोज लिया था |
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उन्होंने प्रयोग करते वक्त सफेद रंग के मोम जैसे पदार्थ को बनते देखा और उसका नाम पॉलिथीन रखा | औद्योगिक रूप से पॉलिथीन का आविष्कार 1935 में नॉर्थ बीच इंग्लैंड एरिक फ़ोसेट औररेगिनाल्ड गिबसन से एक एक्सीडेंट में हो गया |
इस एक्सीडेंट रुपी प्रयोग को दोबारा करना मुश्किल था. पर 1935 में इसे भलीभांति कर लिया गया | दरअसल एथिलीन और बेजलडीहाइड के मिश्रण पर बहुत भारी प्रेशर डालना था | जिसे यह पदार्थ बनता था | आज यह तकनीक समाने हो गई है और पूरी दुनिया में इसका बहुत ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है |
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लेकिन दोस्तों हमें इसका इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए ताकि हम पर्यावरण को होने वाले इसके नुकसान से बचा सके | दोस्तों अब आप समझ गए होंगे कि पॉलिथीन का आविष्कार किस प्रकार से हुआ और इसे कैसे बनाया जाता है | तो मैं उम्मीद करता हूं कि आपको आर्टिकलअच्छा लगा होगा तो इसे लाइक और शेयर कर दीजिए |इस से भी बढ़िया एजुकेशनल आर्टिकल के लिए अभी एजुकेशन हाउस को फॉलो करें
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