प्रधानमंत्री मुद्रा योजना मुद्रा बैंक के तहत भारतीय योजना है जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अप्रैल 2015 को नई दिल्ली में की थी| मुद्रा शब्द माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी का संक्षिप्त रूप है. इस योजना के तहत 10 लाख रुपए तक का लोन प्रदान किया जाना है | देश में नए उद्यमियों के रूप में छोटे संगठनों, कंपनियों और स्टार्टअप्स की संख्या बढ़ रही है इन्हें सूक्ष्म इकाई माना जाता है | सरकार द्वारा यह महसूस किया गया है कि इन इकाइयों में वित्तीय समर्थन में कमी है यदि इन्हें वित्तीय सहायता प्रदान की जाए तो उनका विकास हो सकता है | मुद्रा बैंक के तहत तीन श्रेणियां है – शिशु, किशोर और तरुण, शिशु शुरुआती श्रेणी है. वह सभी व्यापार जो अभी-अभी शुरू हुए हैं और उन्हें लोन की आवश्यकता है वह इस श्रेणी में आते हैं | इस श्रेणी में ₹50000 तक का लोन दिया जाएगा | इसमें ब्याज दर 10% से 12% तक की रेंज में है. किशोर श्रेणी के लिए जिन्होंने अपना कारोबार शुरू किया है और अब वह है प्रतिष्ठित हो रहा है | इस श्रेणी में आने वाली यूनिट्स के लिए ₹50000 से लेकर ₹500000 तक का लोन देने का प्रावधान है | दोस्तों इस में ब्याज दर 14% से लेकर 17 प्रतिशत तक रखी गई है. अब बात करते हैं तरुण श्रेणी की, तरुण श्रेणी के अंतर्गत सभी छोटे कारोबार जो स्थापित हो कर प्रतिष्ठित हो गए हैं उंहें 10 लाख तक का लोन दिया जा सकता है | इस की ब्याज दर 6% से शुरू होती है लेकिन यहां पर दी गई ब्याज दर सिर्फ अनुमान है यह पूर्ण रूप से सही नहीं है क्योंकि सभी बैंक अपने हिसाब से ब्याज दर तय करते हैं |
दोस्तों आपने कई बार Bots, का नाम सुना होगा जिन्हें Crawler या spider भी कहते है लेकिन ज्यादातर लोगो को इसके बारे यह नहीं पता हैं कि आखिर इंटरनेट में Bots क्या है और इसका क्या इस्तेमाल होता है, तो चलिए आज हम आपको बता देते हैं कि इंटरनेट Bot क्या होता है | इंटरनेट यानि वेब रोबोट, रोबोट जिसे हम छोटे-छोटे Bots कहते हैं यह सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है जो अपने आप काम करती है इनके ज्यादातर काम ऐसे होते हैं जो बेहद साधारण होते हैं और इनमे किसी क्रिया को बार बार दोहराना मात्र होता है | जैसे किसी वाक्य को या किसी लिखी बात को दोहराना | लेकिन अगर इनका इस्तेमाल गलत तरीके से किया जाये तो इसके परिणाम बहुत ही खतरनाक हो सकते है | इनका इस्तेमाल इतना ज्यादा है कि वेब पर आधे से ज्यादा ट्रैफिक Bots का ही होता है. Bot का इस्तेमाल अब कई तरह की व्यवसायिक और राजनीतिक सेवाओं में भी होने लगा है. हाल ही में आरोप लगाया गया था कि Twitter पर राहुल गांधी के फॉलोअर्स की संख्या बढ़ने का कारण इंसान नहीं है | इसी तरह नीलामी करने वाली साइट ईबे को एक कंपनी के खिलाफ अदालत में जाना पड़ा क्योंकि ईबे का आरोप था कि वह कंपनी बाग्रेन के लिए Bots का इस्तेमाल कर रही थी. EducationHouse Question Answer 2
दोस्तों हमने कई बार साइब रस्पेस शब्द का सुना है और बहुत बार इसका इस्तेमाल भी किया है लेकिन हम इसके बारे में ज्यादा नहीं जानते | चलिए आज हम आपको इसके बारे में कुछ जानकारी दे देते हैं | साइबर स्पेस शब्द का इस्तेमाल विलियम गिब्सन नामक लेखक ने पहली बार सन 1984 में किया था | उनके उपन्यास न्यूरोमेंसर में इंसान अपनी चेतना पृथ्वी के कंप्यूटर मेट्रिक्स में जमा कर के विचार करते हैं. साइबर स्पेस कंप्यूटर नेटवर्क में डिजिटल बिट्स के रूप में है | यो इस शब्द से पहले 1949 में गणितज्ञ नोबोर्ट वाइनर ने साइबरनेटिक्स शब्द का प्रयोग किया था | साइबरनेटिक्स एक अवधारणा है जिसमें इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल सिस्टम की तुलना मनुष्य के नाडी सिस्टम से की जाती है | आज हम साइबर स्पेस शब्द का इस्तेमाल इंटरनेट के लिए करने लगे हैं | जब हमारे ईमेल को आने में देर लगती है तब हम कहते हैं साइबर स्पेस में अटक गया है |