हेलो दोस्तों मेरा नाम अनिल पायल है, समय आखिर क्या है? विज्ञान की थोरी की अगर मानें तो समय एक ऐसी इकाई है जो सदा आगे की ओर और निश्चित गति से चलती हैं. जिसे ना कभी रोका जा सकता है और ना ही से बदला जा सकता है. इस स्थिति को ही हम समय कहते हैं. समय को महसूस करना जितना सरल है उसे समझना उतना ही मुश्किल है. हालांकि समय की गति को काबू करने के लिए अभी तक कई प्रयास किए गए हैं. समय में आगे या पीछे जाने की आज तक अनेकों कोशिश की जा चुकी हैं लेकिन आज भी समय में ट्रेवल करना बहुत मुश्किल बात लगती है.
1977 में सीड हुविच नाम के एक कैनेडियन व्यक्ति ने यह कहकर सनसनी मचा दी कि उन्होंने एक ऐसा डिवाइस इजाद किया है जिसकी मदद से समय को फ्रीज किया जा सकता है या फिर समय की गति को बहुत ज्यादा धीरे किया जा सकता है. आज के इस आर्टिकल में आपको सीड हुविच और उनके इस रहस्यमई आविष्कार के बारे में बताऊंगा.
सन 1918 में जन्मे सीड हुविच एक जूस अपलाइन रिपेयर करने वाले टेक्नीशियन थे. जो कनाडा के टोरंटो शहर में रहते थे. बचपन से ही उनकी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और अपलाइनस में विशेष रुचि थी. वह बचपन में कबाड़ में से काम की चीजें इकट्ठा करके उनकी मदद से कुछ ना कुछ बढ़िया इस्तेमाल करने योग्य मशीन बना देते थे. जब वह बड़े हुए तो पूरे टोरंटो शहर में अपनी प्रतिभा के लिए फेमस हो गए.
उनके बारे में कहा जाता था की यह किसी भी मशीन को रिपेयर कर सकते हैं वह ऐसी मशीन को भी ठीक कर देते थे जिसे उन्होंने पहली बार देखा हो. उनकी इस खास प्रतिभा से प्रभावित होकर कनाडा की एक कंपनी ने उन्हें जॉब ऑफर की जहां उन्हें अपनी प्रतिभा को और भी निखारने का मौका मिल गया. कुछ दिनों बाद उन्होंने अपनी खुद की कंपनी की नींव रखी और यहीं से इस कहानी ने एक रोचक मोड़ ले लिया.
36 साल की आयु में रिटायरमेंट लेने के बाद सीड हुविच नए नए आविष्कार करते रहे. इसी प्रकार एक दिन सीड हुविच ने ऐसी अद्भुत और बेहद आश्चर्यचकित कर देने वाली मशीन का आविष्कार कर दिया जो समय को रोक सकती थी या फिर समय की गति को बहुत ज्यादा धीमा कर सकती थी. सन 1969 में टोरंटो के अलग-अलग जगहों से बैंक रॉबरी की सिलसिलेवार घटनाएं सामने आने लगे तभी सीड हुविच ने पुलिस को कांटेक्ट किया और उनसे कहा कि वह उन चोरों को पकड़ने में पुलिस की मदद कर सकते हैं. उन्होंने यह दावा किया कि वह चाहे तो उन चोरों को आधे घंटे में पकड़ सकते हैं.
सीड हुविच ने कुछ पुलिस अधिकारियों को अपने घर अपनी टाइम ओटिंग मशीन के परीक्षण को दिखाने के लिए बुलाया. ऑफिसर बोल्टन अपने कुछ साथियों को लेकर सीड के घर पहुंचे तो उन्होंने देखा की घर की डाइनिंग टेबल के नीचे एक मशीन लगी हुई थी. सीड हुविच बोल्टन को अपनी गन टेबल पर रखने को कहा. गन को टेबल पर रखते हैं बोल्टन को महसूस हुआ कि वह ना तो अपनी गन को उठा पा रहे थे और ना ही उसका ट्रिगर दबा पा रहे थे. फिर सीड हुविच ने बोल्टन की घड़ी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अब आप अपनी घड़ी की ओर देखो. जहां एक तरफ बोल्टन की घड़ी में सिर्फ 1 मिनट बीता था वही बाकी लोगों के लिए 25 मिनट बीत चुके थे.
सिड ने बोल्टन के टाइम लाइन को फ्रीज कर दिया था. जिसके कारण बोल्टन को लगा कि अभी बस 1 मिनट ही बिता है लेकिन वास्तव में 25 मिनट का समय बीत चुका था और यह सब मुमकिन हुआ सिड की बनाई हुई टाइमओर्टिग मशीन की मदद से. उन्होंने टाइम को फ्रिज करने का तरीका खोज लिया था. अपने इस अद्भुत खोज के मैकेनिज्म को समझाते हुए सीड हुविच ने कहा कि उनकी यह मशीन वास्तव में कोई बड़ा आविष्कार नहीं है बल्कि इस मशीन में इलेक्ट्रिसिटी के बेसिक प्रिंसिपल को इस्तेमाल करके उन प्रिंसिपल को थोड़ा अलग तरीके से यूज किया गया है.
सीड हुविच ने यह भी कहा कि उनकी इस डिवाइस की रेंज डिवाइस को ऊर्जा देने वाले सोर्स पर निर्भर करती है और यह मशीन केवल उन्हीं चीजों पर कारगर है जिनमें से करंट पास हो सकता है. यह डिवाइस इलेक्ट्रॉनिक रेंज का सृजन करता है और इन रेंज की वजह से इलेक्ट्रॉनिक फील्ड का नेचुरल कंपोजीशन बदल जाता है जिस कारण ऐसा मुमकिन हो पाता है. इस पूरी घटना के बाद सीड हुविच के इस डिवाइस का क्या हुआ यह किसी को पता नही चला. फिर 1977 में फॉरेन रिपोर्ट नाम की एक ब्रिटिश पत्रिका में लिखे गए एक आर्टिकल में यह दावा किया गया की सीड हुविच अद्भुत मशीन इजराइल मिलिट्री के पास है. इस आर्टिकल में यह भी दावा किया गया की 3 जुलाई 1976 को इजराइल मिलिट्री ने अपने एक एयरपोर्ट पर हाईजैक विमान के 103 यात्रियों को रेस्क्यू करने के लिए सीड हुविच की इस अद्भुत मशीन का इस्तेमाल किया था.
सजीवन ईस्ट ऑपरेशन ऑफ कनाडा के द्वारा आयोजित एक अवॉर्ड सेरेमनी में सीड हुविच को प्रोडक्ट ऑफ स्टेट इजराइल के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. जिससे यह बात साबित हो गई कि सीड हुविच ने अपना यह डिवाइस इजराइल को दे दिया था. ताकि इजराइल जैसा छोटा और कमजोर देश बाकी ताकतवर देशों से अपनी रक्षा कर सकें. बाद में सीड हुविच ने इस बात की पुष्टि की कि उन्होंने यह डिवाइस इजराइल मिलिट्री को दे दिया था क्योंकि उनकी नजर में इजराइल को ही इस डिवाइस की सबसे ज्यादा जरूरत थी.
टोरंटो कंसल्टिंग इंजीनियर डॉक्टर हावड़ बाइट का कहना है कि कोई भी शक्तिशाली मैगनेट किसी भी घड़ी को रोक रोक सकता है उनका कहना था कि मुझे लगता है कि सीड हुविच का यह डिवाइस बहुत ही इंस्टैंस इलेक्ट्रोमैग्नेट फील्ड को प्रोजेक्ट करने में सक्षम है. जिसकी वजह से वह इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट्स को जाम कर देता है लेकिन वह इतनी पावरफुल इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड कैसे पैदा करता है यह मुझे नहीं पता.
सीड हुविच ने कभी भी अपने इस आविष्कार को पेटेंट नहीं करवाया क्योंकि उनका कहना था यह एक सिंपल सा डिवाइस है जिस की नकल करना बेहद आसान है. लेकिन फिर भी आज तक कोई भी दोबारा ऐसी मशीन या डिवाइस का निर्माण नहीं कर पाया है. तो आखिर उनके इस डिवाइस में ऐसा क्या था जो आज तक बड़े से बड़े सेंटेंस समझ नहीं सके. आखिर उन्हें ऐसा बेहद अद्भुत डिवाइस बनाने की प्रेरणा कहां से मिली और उनका यह डिवाइस आज कहां है. यह आज भी एक राज बना हुआ है.
दोस्तों आप इस अद्भुत आविष्कार के बारे में क्या सोचते हैं अपनी राय नीचे कमेंट में जरूर दें…
this story is total fake.