हेलो दोस्तो मेरा नाम अनिल पायल है, हमारी पृथ्वी पर सबसे बड़ा सत्य यही है कि हर एक प्राणी को एक ना एक दिन मरना पड़ेगा| इस दुनिया में जो भी जीवित है वह एक ना एक दिन जरूर मरेगा. लेकिन यह बात कोई नहीं जानता कि कौन कब इस दुनिया को अलविदा कहेगा| हमारी पूरी दुनिया में कोई भी किसी भी जीव की मौत का समय नहीं बता सकता लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक शहर ऐसा है जहां इंसानों के मरने पर सख्त पाबंदी है| आप बिल्कुल सही सुन रहे हैं दुनिया के उत्तरी छोर पर बसे लॉन्गेयरबेन शहर में इंसानों के मरने पर पाबंदी है. लेकिन इस पाबंद के पीछे जो रीजन है अगर आप से जानेंगे तो आप इस मौत के प्रतिबंध को समर्थन करेंगे|
लगभग 2000 की आबादी वाले इस शहर में जमा देने वाली ठंड होती है. यहां रहने वाले लोगों में ज्यादातर या तो टूरिस्ट होते हैं या फिर शोधकर्ता या वैज्ञानिक होते हैं| यहां साल में 4 महीने सूरज नहीं निकलता है जिसकी वजह से हमेशा ठंड रहती है और 24 घंटे रात रहती है. चारों तरफ सिर्फ बर्फ देखने को मिलती है यही कारण है कि यहां ट्रांसपोर्ट के लिए स्नो स्कूटर का इस्तेमाल किया जाता है| यहां पर यातायात के साधनों को इस्तेमाल करना नामुमकिन लगता है| इस शहर में एक छोटा सा कब्रिस्तान है जिसमें पिछले 70 सालों से कोई भी नहीं दफनाया गया है इसके पीछे भी एक कारण है. A country where people die strictly
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जमा देने वाली ठंड और बर्फ में दबे रहने के कारण यहां मर्त शरीर जमीन में गलता नहीं है और ना ही खराब होता हैं. कई सालों पहले वैज्ञानिकों ने यहां के कब्रिस्तान से एक डेड बॉडी के टिशु सैंपल निकाले थे और उस पर शोध किया| शोध करने के बाद रिसर्च में सामने आया की उसमें अब भी इनफुनजा के वायरस पाए गए हैं. उसके बाद यहां पर नोडेड पॉलिसी लागू कर दी गई. यदि इस शहर में कोई व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार हो जाता है या मौत के करीब पहुंच जाता है तो उसे एरोप्लेन या शिप की मदद से नॉर्वे के दूसरे हिस्सों में भेज दिया जाता है ताकि वह इस शहर से बाहर मर सके. A country where people die strictly
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दोस्तों क्या आप इस सिटी में जाना चाहेगे.. हमे अपनी राय कमेंट में जरुर बताये